करता हूँ तुझमें दिन गुज़र मैं
करता हूँ तुझमें शब बशर
करता हूँ तुझमें ही सहर में
जीता हूँ तुझको देखकर
दिल तेरे बिन ठहरा सा है
तू धड़कनों का है सफ़र
काँटों भरा हर रास्ता
फूलों की है तू रहगुज़र
जावेदाँ है, इश्क़ तुझसे जावेदाँ है
जान-ओ-दिल के दरमियाँ है, दरमियाँ तू, हाँ
जावेदाँ है, इश्क़ तुझसे जावेदाँ है
तुझमें ही दिल उड़ रहा है, आसमाँ तू, हाँ
साथ तेरा जब से है मुझको मिला
वक़्त की शाखों पे हैं हर पल खिला
ज़िन्दगी से अब नहीं कोई गिला
जितना है तू, उतना हूँ मैं
ना कुछ ज़्यादा, ना हूँ कम
तुझसे शुरू होता हूँ मैं
होता हूँ तुझपे ही ख़तम
जावेदाँ है, इश्क़ तुझसे जावेदाँ है
जान-ओ-दिल के दरमियाँ है, दरमियाँ तू, हाँ
जावेदाँ है, इश्क़ तुझसे जावेदाँ है
तुझमें ही दिल उड़ रहा है, आसमाँ तू, हाँ
मैंने तुझको इस तरह से है जिया
आंधियों में जैसे जलता है दीया
इश्क़ से हर फ़ासलें को तय किया
जो थे जुदा, हमसे खफ़ा
लमहें वो सारे कट गएँ
तुम मिल गए बनके सुबह
जो थे अँधेरे हट गएँ
जावेदाँ है, इश्क़ तुझसे जावेदाँ है
जान-ओ-दिल के दरमियाँ है, दरमियाँ तू, हाँ
जावेदाँ है, इश्क़ तुझसे जावेदाँ है
तुझमें ही दिल उड़ रहा है, आसमाँ तू, हाँ
दरमियाँ तू
आसमाँ तू, हाँ