Vishal Mishra
Laila
मेरे सर पे होगी धुन तेरी
तेरे सर पे मेरा फितूर होगा
मुझे तुमपे नाज़ है जितना
तुम्हे मुझपे उतना गुरूर होगा

मैं लैला की तरह
तू मजनू सा मशहूर होगा
देखना ये एक दिन ज़रूर होगा
देखना ये एक दिन ज़रूर होगा
देखना ये एक दिन ज़रूर होगा
देखना ये एक दिन ज़रूर होगा

चांदनी से धूप तक
वहीं पे बिखरेगी
जिस जगह मिलेंगे हम ये देखना
आसमां भी टूटेगा
ज़मीन भी पिघलेगी
जिस जगह मिलेंगे हम ये देखना

बेचैनियों का समा रहेगा
होगा ये भी देखना
दर्द में ये जहां रहेगा
होगा ये भी देखना
हाँ यही होगा
थोड़ा थोड़ा तेरा होगा
थोड़ा थोड़ा मेरा कसूर होगा
मुझे तुमपे नाज़ है जितना
तुम्हे मुझपे उतना गुरूर होगा
मैं लैला की तरह
तू मजनू सा मशहूर होगा
देखना ये एक दिन ज़रूर होगा
देखना ये एक दिन ज़रूर होगा
देखना ये एक दिन ज़रूर होगा
देखना ये एक दिन ज़रूर होगा