Nusrat Fateh Ali Khan
Dekhte Dekhte
रज्ज के रुलाया
रज्ज के हंसाया
मैंने दिल खो के इश्क कमाया
माँगा जो उसने एक सितारा
हमने ज़मीन पे चाँद बुलाया
जो आँखों से हाय
वो जो आँखों से इक पल ना ओझल हुवे
वो जो आँखों से इक पल ना ओझल हुवे
लापता हो गए देखते देखते
सोचता हूँ
सोचता हूँ के वो कितने मासूम थे
सोचता हूँ के वो कितने मासूम थे
क्या से क्या हो गए देखते देखते
सोचता हूँ के वो कितने मासूम थे
क्या से क्या हो गए देखते देखते
सोचता हूँ के वो कितने मासूम थे
सोचता हूँ के वो कितने मासूम थे
क्या से क्या हो गए देखते देखते
वो जो केहते थे बिछड़ेंगे ना हम कभी
वो जो केहते थे बिछड़ेंगे ना हम कभी
अलविदा हो गए देखते देखते
सोचता हूँ
एक मैं एक वो और शामें कई
चाँद रोशन थे तब आसमां में कई
एक मैं एक वो और शामें कई
चाँद रोशन थे तब आसमां में कई
यारियों का वो दरिया उतर भी गया
और हाथों में बस रेत ही रेह गयी
कोई पूछे के हाय
कोई पूछे के हमसे खता क्या हुई
क्यूँ खफ़ा हो गए देखते देखते
आते जाते थे जो सांस बन के कभी
आते जाते थे जो सांस बन के कभी
वो हवा हो गए देखते देखते
वो हवा हो गए हाय
ओह हो हो
ओह हो हो
वो हवा हो गए देखते देखते
अलविदा हो गए देखते देखते
लापता हो गए देखते देखते
क्या से क्या हो गए देखते देखते
जीने मरने की हम थे वजह और हम ही
जीने मरने की हम थे वजह और हम ही
बेवजह हो गए देखते देखते
सोचता हूँ
सोचता हूँ के वो कितने मासूम थे
क्या से क्या हो गए देखते देखते
क्या से क्या हो गए देखते देखते
क्या से क्या हो गए
ओह हो हो