Udit Narayan
Mere Khwabon Ka
[Intro]
मेरे ख़ाबों का हर एक नक़्श मिटा दे कोई
मेरे ख़ाबों का हर एक नक़्श मिटा दे कोई

[Chorus]
सूखे पत्तों का बचा ढेर जला दे कोई
मेरे ख़ाबों का हर एक नक़्श मिटा दे कोई

[Verse 1]
मेरी पहचान का एक शख़्स इसी शहर में है
मेरी पहचान का एक शख़्स इसी शहर में है

[Chorus]
मैं भी ज़िंदा हूँ, ज़रा उसको बता दे कोई
मेरे ख़ाबों का हर एक नक़्श मिटा दे कोई

[Verse 2]
कुछ तो तनहाई का एहसास मुझे कम होगा
कुछ तो तनहाई का एहसास मुझे कम होगा

[Pre-Chorus]
मेरे साए से अगर मुझको मिला दे कोई
मेरे ख़ाबों का हर एक नक़्श मिटा दे कोई

[Chorus]
सूखे पत्तों का बचा ढेर जला दे कोई
मेरे ख़ाबों का हर एक नक़्श मिटा दे कोई