Tulsi Kumar
Dil Ke Paas (Indian Version)
[Verse 1: Arijit Singh]
पल-पल दिल के पास तुम रहती हो
पल-पल दिल के पास तुम रहती हो
"जीवन मीठी प्यास, " ये कहती हो
पल-पल दिल के पास तुम रहती हो
[Verse 2: Tulsi Kumar & Arijit Singh]
हर शामें आँखों पर तेरा आँचल लहराए
हर रात यादों की बारात ले आए
मैं साँस लेती हूँ
तेरी खुशबू आती है
इक मेहका-मेहका सा पैगाम लाती है
मेरे दिल की धड़कन भी तेरे गीत गाती है
पल-पल दिल के पास तुम रहते हो
[Verse 2: Tulsi Kumar & Arijit Singh]
कल तुझको देखा था
मैने अपने आँगन में
जैसे कह रही थी तुम, "मुझे बाँध लो बंधन में"
ये कैसा रिश्ता है? ये कैसे सपने हैं?
बेगाने होकर भी क्यूँ लगते अपने हैं?
मैं सोच में रहती हूँ, डर-डर के कहती हूँ
पल-पल दिल के पास तुम रहते हो