Salman Khan
Chashni
ਮਿੱਠੀ ਮਿੱਠੀ
ਮਿੱਠੀ ਮਿੱਠੀ
ਮਿੱਠੀ ਮਿੱਠੀ

ज़ुबान है फिकी शाम से
हुई ना तोसे बात भी
बिना मैं तेरे बेमज़ा
हुआ हूं देखो आज भी

करू मैं ये गुज़ारिशें (ਮਿੱਠੀ ਮਿੱਠੀ)
मोहोबतों का मोल दे (ਮਿੱਠੀ ਮਿੱਠੀ)
नींदों में मेरी ख़्वाब का (ਮਿੱਠੀ ਮਿੱਠੀ)
ज़रा सा मीठा घोल दे

तू बन जा, बन जा तू मेरी
तू बन जा, बन जा तू मेरी
तू बन जा, बन जा, बन जा, बन जा तू मेरी
ਇਸ਼ਕੇ ਦੀ चाशनी
ਓ ਮਿੱਠੀ ਮਿੱਠੀ चाशनी

मैं ना मांगूंगा धूप धीमी धीमी
मैं ना मांगू चांदनी
मेरे जीने में तुझसे हो
ਇਸ਼ਕੇ ਦੀ चाशनी
ਓ ਮਿੱਠੀ ਮਿੱਠੀ चाशनी
(ਮਿੱਠੀ ਮਿੱਠੀ)
(ਮਿੱਠੀ ਮਿੱਠੀ)
मेरे खयालों में जो तू हो
तो बाते हू मैं अच्छी अच्छी करता
हो देखू सुबह सुबह तो
सारा दिन अच्छा है गुजरता
ये कैसी तेरी आरजू
ये कैसी तेरी कशिशें
तुझी से देखो मैं करू
तेरी ही फरमाइशें

तू बन जा, बन जा तू मेरी
तू बन जा, बन जा तू मेरी
तू बन जा, बन जा, बन जा, बन जा तू मेरी
ਇਸ਼ਕੇ ਦੀ चाशनी
ਓ ਮਿੱਠੀ ਮਿੱਠੀ चाशनी

मैं ना मांगूंगा धूप धीमी धीमी
मैं ना मांगू चांदनी
मेरे जीने में तुझसे हो
ਇਸ਼ਕੇ ਦੀ चाशनी
ਓ ਮਿੱਠੀ ਮਿੱਠੀ चाशनी

तेरी वफाओं का उजाला
हमेशा मेरे संग संग चलता
हो तारे गीनु क्यूं रातों को मैं
मेरा तो कभी दिन ही भी ढलता
नीघाओं में जो ख़्वाब सा
आता है तेरा प्यार है
तू ही है मेरे सामने
तेरा ही इंतेंजार है
तू बन जा, बन जा तू मेरी
तू बन जा, बन जा तू मेरी
तू बन जा, बन जा, बन जा, बन जा तू मेरी
ਇਸ਼ਕੇ ਦੀ चाशनी
ਓ ਮਿੱਠੀ ਮਿੱਠੀ चाशनी

मैं ना मांगूंगा धूप धीमी धीमी
मैं ना मांगू चांदनी
मेरे जीने में तुझसे हो
ਇਸ਼ਕੇ ਦੀ चाशनी
ਓ ਮਿੱਠੀ ਮਿੱਠੀ चाशनी

(ਮਿੱਠੀ ਮਿੱਠੀ)
ਓ ਮਿੱਠੀ ਮਿੱਠੀ चाशनी