Amaal Mallik
Mere Dholna 3.0(Sonu Nigam’s Version)
भोला भाला था, सीधा साधा था
मैं तो नादान था
दुनियादारी से, होशियारी से
मैं तो अनजान था

लगी चोट ऐसी मेरे भोले दिल पे
बिखर सा गया टूट के
जो धागे से छूटा ये रिश्तों का मोती
जुड़ेगा ना अब छूट के

जहरीले सपनों में, मेरे ही अपनों ने
मुझको है धोखा दिया
मेरे ढोलना सुन, मेरे दर्द की धुन
मेरे ढोलना सुन, मेरी नफ़रतें तो फ़िज़ा में बहेंगी
जिंदा रहेंगी हो के फ़ना...

ता-ना-ना-ना-तुम, ता-ना-ना-ना-तुम
ता-ना-ना-ना-तुम, ता-ना-ना-ना-तुम
ता-ना-दे-रे, ता-ना-दे-रे, दे-रे-ना...

आधा अधूरा था बदन ये मेरा
एक ग़र्क था
जो घर था मेरी जन्नत
एक नर्क था

आधा अधूरा था बदन ये मेरा
एक ग़र्क था
जो घर था मेरी जन्नत
एक नर्क था
ये तख़्त-ओ-ताज सब तेरे
मैं तो जला के छोड़ूंगा
जिंदा बचेगा ना कोई
सबको मिटा के छोड़ूंगा

ये जिस्म ख़त्म होता है
ये रूह तो नहीं मरती
चाहे कोई सितमगर हो
ये रूह तो नहीं डरती

आ...

नि-सा, नि-सा, नि-सा, नि-सा
धा-नि-नि, धा-नि-नि, धा-नि
म-धा-धा, म-धा-धा, म-धा
ग-म-प-धा-नि-नि-सा

नि-सा-सा-सा-नि-सा
धा-नि-नि-नि-धा-नि
म-धा-धा-धा-म-धा
ग-म-प-धा-नि-नि-सा

सा-सा-सा, ग-म-ग-ग-ग
म-म-ग-ग-ग
म-धा-नि-नि-धा-म-ग-नि-सा-ग
म-म-म-धा-नि-धा-धा
धा-नि-सा-सा, ग-ग-रे-सा-नि-धा-म-धा-नि
सा-नि-धा-म-ग-सा-नि-धा-नि-सा-ग-म-ग-नि-सा-नि
सा-नि-धा, म-ग-सा-ग-म-धा-सा, नि-धा-म
म-ग-नि-रे-ग-म-नि
धा-म-ग, सा-ग-म, ग-म-धा
नि-सा, नि-सा, नि-सा, नि-सा, नि-सा
धा-नि, धा-नि, धा-नि, धा-नि, धा-नि
ग-म-प-धा-नि-धा-प-म
ग-म-प-धा-नि-धा-प-म
ग-म-प-म-ग-म-ग-रे-ग-रे-सा-नि-धा-नि-सा

धा-धा-नि-नि-सा-सा-ग-ग-म-ग
सा-सा-ग-ग-म-म-धा-धा-नि-धा
सा-नि-सा-ग-ग-रे-सा-नि-सा-नि-धा-प-म-ग
ग-म-ग-नि-नि-धा-ग-म-ग-म-ग-रे-सा-नि-सा-नि
सा-म-ग-म-प-नि-धा-म-प-म-ग-म-ग-रे-सा-नि
सा-म-ग-म-प-नि-धा-म-प-म-ग-म-ग-रे-सा-नि

धा-धा-नि-सा-सा-ग-ग
नि-नि-सा-सा-ग-ग-म-म
सा-सा-ग-ग-म-म-धा-धा
ग-ग-म-म-धा-धा-नि-नि
म-म-धा-धा-नि-नि-सा-सा
नि-धा-नि-नि-सा-सा-ग...